Wednesday, November 23, 2016
Monday, October 31, 2016
मोहब्बत से गम,गम से हम पेरशान है
दोस्ती से बड़ी कोई जागीर नहीं होती,
इससे अच्छी कोई तस्वीर नहीं होती.
एक प्यार का नाज़ुक सा धागा है दोस्ती,
फिर भी इससे पक्की कोई ज़ंजीर नहीं होती.
मोहब्बत से गम,गम से हम पेरशान है,
लाखो हैं दीवाने तेरे,मगर हम ही बदनाम है.
इतना भी न सताओ अपने चाहने वालो को,
पागल दीवाने ही सही मगर फिर भी इंसान तो है.
Source Blog: http://www.hindiloveshayari4u.blogspot.com
जब मेरा जिस्म ही मुझे छोड़ चला जाएगा
इस जमाने के रोशनी से जब बाहर आएगा
तब तेरे दिल में उजाला सा नजर आएगा
खुशी छा जाती है नजरों पे कफन बनकर
इश्क के चिरागों को गजलों से जलाते चलो
उम्र तो इस तरह से भी मेरा कट जाएगा
क्या लेकर जाना है हमें इस दुनिया से
जब मेरा जिस्म ही मुझे छोड़ चला जाएगा
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